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10 lines on lala lajpat rai
1) लाला लाजपत राय भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी थे।
2) उनका जन्म 28 जनवरी 1865 को पंजाब में हुआ था।
3) उन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन करवाकर स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहित किया।
4) लाला लाजपत राय को ‘पंजाब केसरी’ के नाम से भी जाना जाता है।
5) उन्होंने साम्राज्यवाद, दुर्गंधर निक्कर और अलीपुर गैंग हत्याकांड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी आवाज उठाई।
6) उन्होंने कृषि और आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया और किसानों के हित में समर्पित थे।
7) लाला लाजपत राय ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
8) उन्हें 1928 में साइमन कमीशन के खिलाफ आन्दोलन की अगुवाई करने का महत्वपूर्ण योगदान था।
9) लाला लाजपत राय की मृत्यु 17 नवंबर 1928 को हुई, जिससे देश को एक महान स्वतंत्रता सेनानी की कमी महसूस हुई।
10) उनका योगदान भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण है और उन्हें हमेशा याद रखा जाए
5 lines on lala lajpat rai
1) लाला लाजपत राय भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी थे।
2) उनका जन्म 28 जनवरी 1865 को पंजाब में हुआ था।
3) उन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन करवाकर स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहित किया।
4) लाला लाजपत राय को ‘पंजाब केसरी’ के नाम से भी जाना जाता है।
5) उन्होंने साम्राज्यवाद, दुर्गंधर निक्कर और अलीपुर गैंग हत्याकांड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी आवाज उठाई।
FAQ
Answer: लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 को धुणी वाला, पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था।
Answer: लाला लाजपत राय ने स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहित किया था। उन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन करवाकर भारतीय स्वदेशी उत्पादों का प्रचार-प्रसार किया। वह विदेशी कपड़ों के बदले देशी उत्पादों का प्रयोग करने की प्रेरणा देते रहे और लोगों को स्वदेशी बाजार की ओर प्रोत्साहित किया। इससे उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती दी और जनसामान्य के बीच राष्ट्रीय उद्यम को बढ़ावा दिया।
Answer: लाला लाजपत राय की मृत्यु 17 नवंबर 1928 को हुई। उन्होंने 30 अक्टूबर 1928 को लाहौर में आयोजित एक धर्मसभा में भारतीय आजादी आंदोलन का समर्थन किया था। इस सभा के दौरान उन्हें ब्रिटिश पुलिस द्वारा अत्याचारित किया गया था। उन्हें घायल होने के कारण उनकी स्वास्थ्य हानि हो गई और उनकी मृत्यु के कुछ ही दिन बाद, 17 नवंबर 1928 को, उनका निधन हो गया।